Health News: पुराने जमाने में जब ज्यादा उपचार मौजूद नही थे तब नीम के पेड़ की पत्तियां तेज बुखार से लेकर फोड़े फुंसी के लिए नीम की पत्तियां दवा का काम करती थी। तेज बुखार के समय नीम की पत्तियों का काढ़ा पीने से बुखार ठीक हो जाता था । साथ है खुजली, एलर्जी इन सब में भी ये रामबाण उपाय होता था।
दरअसल आयुर्वेद में नीम को शुद्ध कारक माना गया है यदि किसी व्यक्ति को फोड़े फुंसी की समस्या होती है तो नीम की छाल के साथ कपूर मिलाकर लेप लगाने से उसकी यह समस्या दूर हो जाती है।
नीम की पत्तियों से जुड़े कोई ऐसी चमत्कारी उपाय है जिसको लेकर डॉक्टर भी दावा करते हैं कि नीम की पत्तियां रक्तचाप पी नियंत्रण करने में भी काम आती है यह छोटी कड़वी नीम की पत्तियां एक तरीके से रामबाण है जिनमें जीवाणुरोधी,एंटीकैंसर,एंटीवायरल, कृमिनाशक और इम्यूनोमॉडुलेटरी एजेंट माना जाता है.
नीम में कई प्रकार के गुण छुपे होते हैं यदि व्यक्ति एक दिन में चार-पांच नीम की पत्तियों का सेवन करता है तो उसका शरीर रोग मुक्त रहता है और यदि व्यक्ति के चेहरे पर दाग धब्बे है तो पत्तियों का लेप लगाने से यह सब दूर हो जाता है।