ब्रिटिश काल के दौरान जहां पर भी सैन्य छावनियां बसाई गईं वहां पर अंग्रेजों ने सदर बाजार स्थापित किया। सदर बाजार इस समय में व्यापार का मुख्य केंद्र बिंदु होता था, जहां से सारा कारोबार किया जाता था। एक छोटे से इलाके को यह पहचान दी गई। माना जाता है कि सदियों पहले यह बाजार शुरू किए गए, जबकि आज यह बाजार अपना विस्तार ले चुके हैं। अंबाला कैंट की बात करें, तो यह काफी विकसित हो चुका है और व्यापार का मुख्य केंद्र है।
अंबाला कैंट का सदर बाजार, जो कभी एक छोटे से व्यापारिक केंद्र के रूप में शुरू हुआ था, आज एक आधुनिक और जीवंत बाजार में बदल चुका है। यह बाजार न केवल अंबाला कैंट के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र है।
सदर बाजार की स्थापना ब्रिटिश काल में हुई थी, जब अंबाला कैंट को 1832 में एक सैन्य छावनी के रूप में विकसित किया गया था। अंग्रेजों ने अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए एक बाजार स्थापित करने की आवश्यकता महसूस की, और इस तरह सदर बाजार का जन्म हुआ।
“सदर” शब्द अरबी भाषा से लिया गया है जिसका अर्थ “मुख्य” होता है। यह शब्द उन बाजारों को दर्शाता था जो उस समय के सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र थे।समय के साथ, सदर बाजार का विस्तार होता रहा और यह विभिन्न प्रकार की दुकानों और व्यवसायों का केंद्र बन गया। यहां कपड़े, जूते, इलेक्ट्रॉनिक्स, आभूषण, और घरेलू सामान सहित सभी प्रकार की वस्तुएं उपलब्ध हैं।
आजकल, सदर बाजार आधुनिक शोरूम और दुकानों से भरा हुआ है। यहां कई मल्टी-नेशनल ब्रांडों की दुकानें भी हैं। बाजार में एटीएम, बैंक और रेस्तरां जैसी कई सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।सदर बाजार न केवल अंबाला कैंट के लोगों के लिए खरीदारी का एक महत्वपूर्ण स्थान है, बल्कि यह पर्यटकों के बीच भी लोकप्रिय है। यहां से आप स्थानीय हस्तशिल्प और स्मृति चिन्ह खरीद सकते हैं।