Sanjay Agarwal Success Story: देश के प्रमुख बैंक AU Small Finance Bank के फाउंडर संजय अग्रवाल की सफलता की कहानी प्रेरणादायक है और यह सिद्ध करती है कि सफलता के लिए पढ़ाई या भाषा की सीमाएं महत्वपूर्ण नहीं हैं। उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर बहुत बड़ा मुकाम हासिल किया है। पढ़ें उनकी पूरी सक्सेस स्टोरी:
संजय अग्रवाल की सफलता की कहानी
संजय अग्रवाल राजस्थान के निवासी हैं। उनके पिता राजस्थान इलेक्ट्रिक बोर्ड में इंजीनियर थे। संजय आठवीं कक्षा में फेल हो गए थे और इसके बाद उन्होंने हिंदी मीडियम से पढ़ाई की।
उन्होंने अजमेर के सरकारी कॉलेज से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया। संजय ने चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) बनने का सपना देखा और दो बार फेल होने के बाद तीसरी बार में सफलता प्राप्त की।
करियर की शुरुआत
सीए बनने के बाद उन्होंने मुंबई में नौकरी की, लेकिन उनका मन नौकरी में नहीं लगा। उन्होंने जयपुर लौटकर एक छोटी फाइनेंस कंपनी की स्थापना की। उस समय वह 25 साल के थे।
AU Small Finance Bank की स्थापना
1996 में उन्होंने AU Financiers (India) Ltd नाम से फाइनेंस कंपनी शुरू की। शुरुआत में छोटे वाहनों और पिकअप को फाइनेंस करना शुरू किया।
बाद में ट्रक और ग्रेनाइट फैक्टरी को भी लोन देना शुरू कर दिया। यही कारण था कि इसे शुरू में NBFC (Non-Banking Financial Company) के रूप में जाना जाता था।
HDFC बैंक के साथ पार्टनरशिप
2002 में उनकी NBFC कंपनी को HDFC बैंक के साथ पार्टनरशिप करने का मौका मिला। इससे उनकी कंपनी के कामकाज में और गति आई। 2009 में मोतीलाल ओसवाल की तरफ से फंडिंग भी मिली।
2017 में उनकी NBFC कंपनी को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कमर्शियल बैंक में जोड़ दिया और इसका नाम बदलकर AU Small Finance Bank हो गया।
आज AU Small Finance Bank की देशभर में करीब 1000 शाखाएं हैं। बैंक की कुल वैल्यू 45 हजार करोड़ रुपये है। संजय अग्रवाल की नेटवर्थ करीब 10 हजार करोड़ रुपये है।
संजय अग्रवाल ने कई बार असफलताओं का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। चाहे कितनी भी मुश्किलें आईं, उन्होंने अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखा और मेहनत से उसे हासिल किया।
संजय ने नौकरी छोड़कर अपने खुद के बिजनेस की शुरुआत की, जो आज एक बड़ी सफलता है। HDFC बैंक और मोतीलाल ओसवाल जैसी बड़ी कंपनियों के साथ पार्टनरशिप से उनके बिजनेस को बहुत गति मिली।