पुरुषों में बढ़ा ब्रेस्ट कैंसर का खतरा, जेनेटिक वालें रहें सतर्क

आज के समय कैंसर का इलाज जितना आसान हो गया हैं, उतना ही कैंसर पीड़ित मरीजो की भी तादात बढ़ रहीं हैं। खासकर जब बात ब्रेस्ट कैंसर की हो तो यह कैंसर महिलाओं में आम बीमारी हैं।

इसका एक ताजा उदाहरण बॉलवुड सेलिब्रिटी हिना खान का भी लें सकते हैं, जो न सिर्फ ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हैं बल्कि डट कर इस बीमारी से लड़ने के लिए अन्य लोगों को भी प्रेरित कर रही हैं, जो ब्रेस्ट कैंसर या अन्य किसी कैंसर से जूझ रहे हैं।

 

हमारे शरीर में ढेरों कोशिकाएं होती हैं। जब ये सेल्स किसी अंग में असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं, तो इससे कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। ब्रेस्ट कैंसर में कोशिकाएं एक ट्यूमर बनाती हैं, जो गांठ के रूप में महसूस होती हैं।

 

स्टेज बाय स्टेज कैंसर बढ़ता हैं।

 

स्टेज-1 माइल्ड: इसमें कैंसर केवल ब्रेस्ट तक ही सीमित रहता है।

स्टेज-2 मॉडरेट: इसमें कैंसर ब्रेस्ट से शुरू होते हुए बगल तक फैल जाता है।

स्टेज-3 और 4 ये बहुत तेजी से फैलता है। अगर कैंसर लिवर, फेफड़ों या हड्डियों तक पहुंच गया है तो यह स्टेज ४ है।

 

जेनेटिक वाले रहे सतर्क

 

आमतौर पर लोग ब्रेस्ट कैंसर को जेनेटिक समझते हैं मतलब अगर इसका पारिवारिक इतिहास रहा है, तो आपको भी होना तय है, लेकिन यह पूरी तरह से सही नहीं। सिर्फ 10-15 फीसदी ही ब्रेस्ट कैंसर के मामले जेनेटिक हैं। इसके सटीक कारणों का अभी भी पता नहीं चल पया है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ये कैंसर सिर्फ महिलाओं को ही नहीं, बल्कि पुरुषों को भी प्रभावित कर सकता है।

 

कब करवाए टेस्ट

अगर आपकी फैमिली में आपकी मां, पापा की मां बहनों या उनकी मां को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है, तो आपको भी अपना ब्रेस्ट कैंसर जीन टेस्ट (BRCA1 और BRCA2) करवा लेना चाहिए। यह ब्लड टेस्ट ही है। जब इसका रिजल्ट पॉजिटिव आता है, तो ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क 40 फीसदी तक बढ़ जाता है और सिर्फ ब्रेस्ट कैंसर का ही नहीं, ओवेरियन कैंसर के होने की भी संभावना बढ़ जाती है। अगर टेस्ट पॉजिटिव आता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, जिनकी उचित सलाह से काफी हद तक कैंसर की आशंका को कम किया जा सकता है।

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