हरियाणा के इस मंदिर को बनने में लग गए थे 20 साल , गुबंद में है सोने का कलश, जानिए क्या है खासियत

हरियाणा के सोनीपत जिले में स्थित रिढ़ाणा गांव अपने भव्य शीतला माता मंदिर के लिए जाना जाता है। यह मंदिर, न केवल राज्य का सबसे ऊँचा मंदिर है, बल्कि देश-विदेश में भी इसकी मान्यता है।

 

यह मंदिर, गांव बसने से पहले ही स्थापित हो चुका था। बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए, 2000 में मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य शुरू हुआ। 20 साल से अधिक समय तक चले इस भव्य निर्माण कार्य में, राजस्थान से लाए गए लाल पत्थर और संगमरमर का उपयोग किया गया।

280 फीट ऊंचा यह मंदिर, आसपास के क्षेत्र में ही नहीं, पूरे देश में अपनी ऊंचाई के लिए जाना जाता है।
मंदिर का गुंबद, जालीदार बना हुआ है, जिससे सूरज की रोशनी मंदिर के अंदर प्रवेश करती है।
परिक्रमा के लिए अलग स्थान बनाया गया है।

मंदिर में 7 माताओं और हनुमान जी की मूर्तियां स्थापित हैं। मंदिर के शिखर पर साढ़े छह क्विंटल वजन का तांबे का कलश स्थापित है, जिस पर सोने का पानी चढ़ाया गया है। मंदिर तीन मंजिल ऊँचा है।

माता शीतला की यहां विशेष रूप से पूजा की जाती है। नवरात्रि में यहाँ मेले का आयोजन होता है और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। माना जाता है कि सच्चे मन से मांगी गई हर मन्नत यहां पूरी होती है।

 

इस गांव में हर साल दो बार बड़ा मेला लगता है। रिढ़ाणा का शीतला माता मंदिर, धार्मिक आस्था और भव्य स्थापत्य का अद्भुत संगम है। यह मंदिर, न केवल हरियाणा, बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का विषय है।

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