हरियाणा में कई ऐसे स्थल है जहां लोग घूमना , फिरना, दोस्तों के साथ एन्जॉय करना पसंद करते हैं। मगर आपने शायद ही हरियाणा के इन जगहों के बारे कभी कोई जिक्र सुना होगा, जहां लोग जाने से पहले हज़ार बार सोचते है। आपको बात दें कि तरह हरियाणा में कुछ ऐसी जगहें भी हैं जहां दिन के उजाले में भी लोग जाने से डरते हैं।
हरियाणा की बावड़ी
अब तक दिल्ली, राजस्थान या मध्यप्रदेश की बावडियों के बारे में सुना होगा लेकिन हरियाणा में स्थित एक ऐसी रहस्यमयी बावड़ी है जो सबसे डरावनी जगह में शामिल है। हरियाणा के रोहतक जिले में मौजूद इस बावड़ी के बारे में कहा जाता है कि यहां से कई लोगों के कंकाल भी मिले हैं। कई लोगों का मानना है कि यहां मौजूद कंकाल चोरों की हैं। इसलिए इस बावड़ी को ‘चोरो की बावड़ी’ के नाम से भी जाना जाता है। सूरज ढलते ही यहां कोई भी जाने की हिम्मत नहीं करता है।
होंद चिल्लर
कहा जाता है कि कई साल पहले हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एक गांव था, जिसका नाम होंद चिल्लर था। लेकिन आज यह गांव उजाड़ गया है। यह गांव खूनी घटना के लिए भारत भर में प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि कई साल पहले यहां एक नरसंहार हुआ था। इस नरसंहार में हजारों लोगों को मृत्यु के घाट उतार दिया गया था। कहा जाता है कि आज भी उन लोगों की आत्मा यहां मौजूद खंडहरों में भटकती रहती है। दिन के उजाले में भी कई लोग यहां जाने से डरते हैं
चरखी दादरी
हरियाणा में स्थित चरखी दादरी एक छोटी सी जगह है। लेकिन, चरखी दादरी भी एक डरावनी जगह है। अगर नहीं मालूम है तो आपको बता दें कि कुछ साल पहले एक प्लेन क्रैश हुआ था जिसमें लगभग 349 लोगों की मृत्यु हो गई थी।
इस दर्दनाक घटना के बाद यहां कोई भी अकेले जाने से डरता है क्योंकि कई लोगों का मानना है आज भी चरखी दादरी में लोगों की आत्मा भटकती रहती हैं।
हरियाणा की बावड़ी, होंद चिल्लर और चरखी दादरी के अलावा हरियाणा में जगहें हैं जहां जाने के लिए हिम्मत की ज़रूरत होती है। हरियाणा का असिगढ़ दुर्ग (फोर्ट) भी एक चर्चित डरावनी जगह है। हरियाणा के करनाल में स्थित संगोही गांव (संघोई) भी डरावनी जगहों में शामिल है।