Atal Pension Yojana: यदि आप अपने भविष्य को वित्तीय रूप से सुरक्षित करना चाहते हैं, तो अटल पेंशन योजना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है, खासकर पति-पत्नी के लिए। इस योजना के माध्यम से, 60 साल की उम्र के बाद आपको हर महीने 1,000 से 5,000 रुपये तक की गारंटीड पेंशन मिल सकती है।
पेंशन की राशि आपके द्वारा दिए जाने वाले योगदान पर निर्भर करती है। यहां बताया गया है कि आप कैसे इस योजना में अप्लाई कर सकते हैं।
निवेश कैसे शुरू करें:
कोई भी भारतीय नागरिक अटल पेंशन योजना का लाभ उठा सकता है। आप 1,000, 2,000, 3,000 रुपये प्रति महीने का निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम से आपको 60 साल की उम्र में पेंशन मिलती है।
उदाहरण के लिए, यदि आप 18 साल की उम्र में निवेश करना शुरू करते हैं, तो 60 साल की उम्र में आपको 5,000 रुपये महीने की पेंशन मिल सकती है। इसके लिए हर महीने 210 रुपये का निवेश करना होगा।
यदि पति-पत्नी दोनों इस स्कीम में निवेश करते हैं, तो 60 साल की उम्र में दोनों को हर महीने 5,000-5,000 रुपये मिलेंगे, जो कुल 10,000 रुपये होंगे।
अटल पेंशन योजना में अप्लाई कैसे करें:
सबसे पहले अपने बैंक शाखा/डाकघर से संपर्क करें, जिसमें आपका बचत बैंक खाता है। यदि आपके पास बचत खाता नहीं है, तो बचत खाता खोलें। बैंक खाता संख्या/डाकघर बचत बैंक खाता संख्या प्रदान करें और बैंक कर्मचारियों की सहायता से APY पंजीकरण फ़ॉर्म भरें।
आधार/मोबाइल नंबर प्रदान करें। यह अनिवार्य नहीं है, लेकिन योगदान के बारे में कम्युनिकेशन सुविधा के लिए प्रदान किया जा सकता है। मासिक/तिमाही/अर्धवार्षिक योगदान के ट्रांसफर के लिए बचत बैंक खाते/डाकघर बचत बैंक खाते में आवश्यक राशि रखना सुनिश्चित करें।
यदि पति-पत्नी की मौत हो जाती है, तो दोनों की मौत के बाद सारा पैसा नॉमिनी को वापस मिल जाएगा। यदि व्यक्ति विवाहित है, तो उसका जीवनसाथी डिफ़ॉल्ट नामांकित व्यक्ति होगा। अविवाहित व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को नामांकित व्यक्ति के रूप में नामांकित कर सकते हैं और विवाह के बाद अपने जीवनसाथी का विवरण देना होगा।
सुविधाएँ
ऑटो-डेबिट सुविधा: मासिक/तिमाही/अर्धवार्षिक इंटरवल पर बचत बैंक खाते/डाकघर बचत बैंक खाते से ऑटो-डेबिट सुविधा के माध्यम से भुगतान किया जा सकता है।
कंट्रीब्यूशन: मासिक/तिमाही/अर्धवार्षिक कंट्रीब्यूशन इच्छित/वांछित मासिक पेंशन और प्रवेश के समय कंट्रीब्यूटर की आयु पर निर्भर करता है।
इस योजना में निवेश करके, आप अपने और अपने परिवार के भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं और बुढ़ापे में वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।