MSP Hike: केंद्र में तीसरी बार मोदी सरकार बनने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। इनमें से सबसे महत्वपूर्ण फैसला खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि का है। 2024-25 के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी में वृद्धि की गई है ताकि उत्पादकों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित किया जा सके।
सरकार द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, एमएसपी में सबसे अधिक वृद्धि तिलहन और दलहन के लिए की गई है। नाइजरसीड (रामतिल) में 983 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि, तिल में 632 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि और अरहर दाल में 550 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि शामिल है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस फैसले से किसानों को एमएसपी के तौर पर करीब 2 लाख करोड़ रुपये मिलेंगे, जो पिछले सीजन से 35,000 करोड़ रुपये अधिक है।
विभिन्न फसलों के नए एमएसपी इस प्रकार हैं:
- धान: 2300 रुपये प्रति क्विंटल (पिछले वर्ष से 117 रुपये अधिक)
- तूर दाल: 7550 रुपये प्रति क्विंटल (पिछले वर्ष से 550 रुपये अधिक)
- उरड़ दाल: 7400 रुपये प्रति क्विंटल (पिछले वर्ष से 450 रुपये अधिक)
- मूंग: 8682 रुपये प्रति क्विंटल (पिछले वर्ष से 124 रुपये अधिक)
- मूंगफूली: 6783 रुपये प्रति क्विंटल (पिछले वर्ष से 406 रुपये अधिक)
- कपास: 7121 रुपये प्रति क्विंटल (पिछले वर्ष से 501 रुपये अधिक)
- ज्वार: 3371 रुपये प्रति क्विंटल (पिछले वर्ष से 191 रुपये अधिक)
- बाजरा: 2625 रुपये प्रति क्विंटल (पिछले वर्ष से 125 रुपये अधिक)
- मक्का: 2225 रुपये प्रति क्विंटल (पिछले वर्ष से 135 रुपये अधिक)
- रागी: 4290 रुपये प्रति क्विंटल
- तिल: 8717 रुपये प्रति क्विंटल
- सूरजमुखी: 7230 रुपये प्रति क्विंटल